Saturday, August 9, 2008

ध्वज जो कहता है एक विश्व एक स्वप्न
ये पाँच छल्ले दुनिया को एक करते हैं
ज्योत से ज्योत जलाते चलो
खेलो का महाकुम्भ
बस एक शब्द ..........अद्वितीय !

No comments: